पानी पीने से जल्दी नहीं आएगा बुढ़ापा
- अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोध में दावा
- 36 साल में 11255 लोगों पर किया गया शोध
- 64 प्रतिशत तक बढ़ जाता है मधुमेह, दिल की बीमारी का खतरा कम पानी पीने से
ये बात हम सब जानते हैं कि पानी पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। पर, क्या आप जानते हैं कि भरपूर मात्रा में पानी पीते रहने से आपका जल्द बुढ़ापा नहीं आएगा। यही नहीं पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहने से कई बीमारियों से आप बचे रहते हैंं। ये दावा अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के वैज्ञानिकों ने किया है। इस संस्थान के वैज्ञानिकों का यह शोध विज्ञान की पत्रिका ईबायोमेडिसिन में प्रकाशित हुआ है।
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की प्रमुख शोधार्थी नतालिया दिमित्रिवा का कहना है कि शोध के परिणाम बताते हैं कि उचित मात्रा में पानी पीने से जीवन रोग-मुक्त होता है। इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। जिससे बुढ़ापा देर से आता है।
- उनका कहना है कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनाती यह है कि ऐसे कौन से उपाय खोजें जिससे जल्दी बुढ़ापा आने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सके।
- ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि उम्र संबंधित बीमारियां अब तेजी से उभर रही हैं।
36 साल तक 11255 लोगों पर किया गया अध्ययन ः यह अध्ययन 11255 लोगों पर किया गया।
- इस अध्ययन में सन 1987 से इन लोगों के पानी पीने की आदतों के आंकड़े जुटाए जा रहे थे।
- इस शोध में हिस्सा लेने वाले इन लोगों की उम्र उस समय 40 से 50 साल की थी। अब औसत आयु 76 वर्ष हो चुकी है।
सोडियम बढ़ा तो 15 साल जीवन कम ः चूहों पर पहले किए जा चुके एक शोध के परिणामों के आधार पर शोधार्थियों ने पाया कि कम मात्रा में पानी पीने से बुढ़ापा आने की प्रक्रिया तेज हो जाती है।
- इस अध्ययन में चूहों को जीवन भर कम पानी दिया गया था।
- इससे चूहों में पांच मीलीमोल प्रति लीटर सोडियम बढ़ गया और उनका जीवनकाल छह महीने कम हो गया।
- ताजा निष्कर्ष ये कहते हैं कि चूहों की तुलना में मनुष्य का जीवन इससे 15 साल तक कम हो सकता है।
- सोडियम को रक्त के जरिए मापा जा सकता है।
- कम पानी पीने से सोडियम की मात्रा शरीर में बढ़ जाती है।
- 3.7 लीटर पानी प्रतिदिन पुरुषों को पीना चाहिए।
- 2.7 लीटर पानी प्रतिदिन महिलाओं को पीना चाहिए।
- 20 प्रतिशत पानी की कमी फल और पेय पदार्थ पूरा करते हैं।
- पानी की कमी से त्वचा सूखने लगती है।
- पेशाब में जलन, पीला आदि समस्याएं होने लगती हैं।
- मुंह से दुर्गंध आने लगती है।
- सिरदर्द, आलस्य और सुस्ती बढ़ने लगती है।
- खून गाढ़ा होने लगता है जिससे दिल पर असर पड़ता है।
स्रोत ः हिंदुस्तान, कानपुर, 04-01-2023 (पेज-14)
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